Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
मंगलवार को दार्जिलिंग में होने वाली जी-20 की दो दिवसीय बैठक छोड़ बीच रास्ते से ही लौटे बोस ने कोलकाता पहुंचने के बाद सीधे हिंसा प्रभावित रिसड़ा का रुख किया।
कोलकाता। हुगली जिला अंतर्गत रिसड़ा में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही हिंसा को लेकर राज्यपाल डॉक्टर सी. वी. आनंद बोस ने कड़ी चेतावनी दी है। मंगलवार को दार्जिलिंग में होने वाली जी-20 की दो दिवसीय बैठक छोड़ बीच रास्ते से ही लौटे बोस ने कोलकाता पहुंचने के बाद सीधे हिंसा प्रभावित रिसड़ा का रुख किया। यहां उन्होंने पीड़ित लोगों से बात की और हालात का जायजा लिया। उन्होंने यहां आकर कहा कि शांति से रहने का अधिकार सभी को है। जो लोग आमलोगों की शांति को बाधित कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। राज्यपाल ने कहा कि लोगों को खुद भी शांतिपूर्वक रहना चाहिए और दूसरों को भी शांति से रहने देना चाहिए।
राज्यपाल के दौरे के मद्देनजर क्षेत्र में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई थी। अतिरिक्त संख्या में पुलिसकर्मी और रैपिड एक्शन फोर्स (रैफ) की तैनाती की गई। पुलिस के सुरक्षा घेरे में राज्यपाल ने स्थानीय लोगों से बातचीत की। लोगों ने उन्हें आपबीती बताई। स्थानीय लोगों ने बताया कि शोभायात्रा शांतिपूर्वक तरीके से गुजर रही थी, तभी चारों तरफ से पथराव और बमबारी शुरू हो गई। पुलिस की भूमिका को लेकर भी लोगों ने नाराजगी जाहिर की, जिसके बाद राज्यपाल ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। हिंसा में घायल कई लोगों की हालत गंभीर होने पर उन्हें कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती करने की जानकारी राज्यपाल को दी गई। राज्यपाल वहां से सीधे कोलकाता के लिए रवाना हुए और एसएसकेएम अस्पताल जा पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और डाक्टरों से उनका हालचाल जाना। यहां भी राज्यपाल ने आश्वस्त किया है कि कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी।
इधर, राज्यपाल के रिसड़ा दौरे को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने खुशी जाहिर की। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि राज्यपाल को धन्यवाद दे रहा हूं। इस हालात में उन्होंने मौके पर जाकर लोगों से बात की है।
हालांकि तृणमूल प्रवक्ता सौगत राय ने कहा कि राज्यपाल वहां गए हैं, अच्छी बात है। वह कड़ी कार्रवाई की बात कर रहे हैं और राज्य सरकार भी कड़ी कार्रवाई कर रही है। समस्या यह है कि भाजपा हालात को बिगाड़ रही है।
उल्लेखनीय है कि दो अप्रैल से ही रिसड़ा में शोभायात्रा पर पथराव और हमले के बाद हिंसा शुरू हुई थी। पहली घटना के बाद वहां धारा 144 लगा दी गई थी और इंटरनेट बंद कर दिया गया था। इसके बावजूद तीन अप्रैल को भी हिंसा हुई और सोमवार रात को भी श्रीरामपुर की ओर मौजूद रिसड़ा स्टेशन के चार नंबर रेलवे गेट के पास आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव हुआ है। इसकी वजह से कोन्ननगर स्टेशन से लेकर हावड़ा तक और श्रीरामपुर से लेकर बर्दवान तक दर्जनों ट्रेनें चार घंटे से अधिक समय तक ठहरी रह गई थीं। इसकी वजह से यात्री दहशत में रहे और कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन भी हुए थे। इसके बाद राज्यपाल मंगलवार को अपना उत्तर बंगाल का दो दिवसीय सफर अधूरा छोड़ दोपहर के समय कोलकाता लौट आए और हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।